मैला आँचल : लिंग-भेदी नैतिकता की सर्जनात्मक आलोचना – विनोद तिवारी
28 नवंबर 2013 को मनीष शांडिल्य की एक स्टोरी के साथ बीबीसी हिंदी डॉट कॉम एक
खबर प्रकाशित होती है – रेणु के ‘मैला
आँचल’ की कमली नहीं रहीं ।
Gender Perspective on Home and the World
28 नवंबर 2013 को मनीष शांडिल्य की एक स्टोरी के साथ बीबीसी हिंदी डॉट कॉम एक
खबर प्रकाशित होती है – रेणु के ‘मैला
आँचल’ की कमली नहीं रहीं ।
30 सितम्बर 2014 को चीन के मशहूर शेनजेन औद्योगिक क्षेत्र में स्थित फॉक्सकोन कंपनी के मज़दूर सू लिज्ही ने काम की नारकीय स्थितियों से तंग आ कर आत्महत्या कर …
अपनी मौत के बिस्तर पर : चीनी मजदूर कवि सू लिज्ही की कविताएँ/ अनुवाद — सविता पाठक Read Moreबीसवी सदी भारतवर्ष को कई उपलब्धियों से सुषोभित कर गई जिनमें एक थी रवीन्द्रनाथ और महात्मा गांधी के रूप में साहित्य और राजनीति का मणिकांचन योग। प्रसिद्ध निबंधकार कुबेरनाथ राय …
रवीन्द्र और गांधी: साहित्य और राजनीति का मणिकांचन योग: डॉ० श्रीभगवान सिंह Read Moreचंद्रधर शर्मा गुलेरी को हिंदी साहित्य में ‘उसने कहा था’ नामक कहानी से अमर ख्याति मिली। गुलेरी जी को जो ख्याति मिली सो मिली, पर हिंदी में अल्पलेखन का फैशन …
प्रेमकहानी भर नहीं है ‘उसने कहा था’: वैभव सिंह Read Moreगूँथा हुआ जीवन पके हुए वे छेहर बाल बिखरे थे इधर उधर गुलियाए चेहरे पर हँसकर कहा उसने, “ अब मेरे हाथ में समय है बालों का जंजाल कम …
गूँथा हुआ जीवन : लक्ष्मी कनन की कविताएँ/अनुवाद – अनामिका Read MoreAshok Vajpeyi Ashok Vajpeyi a Hindi poet-critic, translator, editor and culture-activist, is a major cultural figure of India. With more than 30 books of poetry, criticism in Hindi English to …
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