POETRY
View Allरात को घर जाने से डरता हूँ – मानस भारद्वाज की कविताएँ
रात को घर जाने से डरता हूँमेरी असफलताएं घेर लेती हैं मुझेमेरे घर पेऔर पूछती हैं वो सवालजिनके मेरे पास जवाब नहीं होते असफलताएं मेरे जीवन मेंसबसे सफल रही हैं …
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कुछ मौते हैं बनी ठनी : मणि राव की कविताएँ
कुछ मौते हैं बनी ठनी
नफ़ासत से तह की हुई तितलियाँ
और कुछ के होते हैं परचम
तार तार हुआ एक पर, थपेड़े खाता हवा में