अजंता देव की कविताएं

  ताँत की साड़ी मैं बनी हूँ सिर्फ़  मुझे ही पहनने के लिए ब्लाउस ग़ैरज़रूरी है मेरे साथ फिसलती नहीं पर पारदर्शी हूँ मेरे  किनारे मज़बूत हैं ठोक के बुना …

अजंता देव की कविताएं Read More

अनुपम सिंह की कविताएं

       तुम्हारी कठोर प्रत्यञ्चा और मेरी हिरणी का दिल   तुम्हारी अर्ध रात्रि की बातें मेरे सफेद विस्तर को लाल कर देती हैं अतृप्ति कविता को जन्म देती …

अनुपम सिंह की कविताएं Read More

प्रवीण चन्द्र शर्मा की पाँच कविताएं

      मेरी भूमिका पूर्व निर्धारित है मेरी भूमिका लिख कर रखे हुए हैं मेरे संवाद मुझे केवल इन्हें याद रखना है और इस तरह अदा करना है कि सुनने …

प्रवीण चन्द्र शर्मा की पाँच कविताएं Read More